मुंबई में सिद्धि विनायक मंदिर काफी प्रसिद्ध है। यह सन 1800 में बना था और आज यह मंदिर विशेष प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है। यहां आम आदमी से लेकर खास तक सभी दर्शन के लिए आते हैं।
महाराष्ट्र में गणपति के अष्ट विनायक मंदिर के दर्शन का खास महत्व है। पुणे में अष्ट विनायक के 8 मंदिर जो 20 से 110 किमी के दायरे में है और यहां दर्शन करने से पुण्य लाभ मिलता है।
डोडा बसवन्ना गुड़ी स्थित यह गणपति का अनोखा मंदिर कर्नाटक को बेंगलुरू में है। यहां बड़ी संख्या मं श्रद्दालु दर्शन के लिए आते हैं।
महाकालेश्वर मंदिर से 6 किमी दूर स्थित चिंतामण मंदिर की खास मान्यता है। महाकालेश्वर के गर्भगृह में गणेश जी की एक मूर्ति है जिसे चिंतामण नाम से जाना जाता है। यह उन्हीं का मंदिर है।
राजस्थान के रणथंबौर में वाइल्ड लाइफ का नजारा देखने के साथ यहां जंगल के बीच पहाड़ी पर स्थित गणेश जी के त्रिनेत्र स्वरूप का दर्शन करने लोग यहां आते हैं।
यह गणेश जी का प्रसिद्ध मंदिर है जो आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में है। यह तिरुपति मंदिर से करीब 75 किमी दूर है। यहां श्रद्धालु पाप धुलने के लिए मंदिर के कुंड में डुबकी लगाते हैं।
मधुर महागणपति मंदिर केरल में स्थित गणेश जी प्रसिद्ध मंदिर है। यहां गणेश की प्रतिमा न मिट्टी की है, न पत्थर औऱ न किसी धातु की। प्रतिमा किस धातु की है यह अब तक पता नहीं चल सका है।
पुड्डूचेरी स्थित मनुकुला विनायगर मंदिर का बड़ी मान्यता है। कहा जाता है कि यहां की गणेश प्रतिमा को बार-बार समुद्र में फेंक देने के बाद दोबारा मंदिर में प्रकट हो जाती थी।
खजराना गणेश मंदिर इंदौर में काफी प्रसिद्ध है। यहां गणेश भगवान की 3 फीट की प्रतिमा रिद्दि-सिद्धी देवी के साथ विराजमान है। यह प्रतिमा मंदिर के सामने स्थित तालाब से निकाली गई थी।
तमिलनाडु के तिरुचिलापल्ली में रॉक फोर्ट नाम की ऊंची पहाड़ी पर स्थित उच्ची पिल्लायर मंदिर काफी प्रसिद्ध है। 273 फीट ऊंची पहाड़ी स्थित गणेश मंदिर में 400 सीढ़ियां हैं।