अयोध्या में वर्तमान स्थान पर विराजित राम लला को रोज बिहार के महावीर मंदिर की ओर से नियम अनुसार भोग लगाया जाता है। ये परंपरा नवनिर्मित मंदिर में भी जारी रहेगी।
महावीर मंदिर समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल के अनुसार, अयोध्या में राम लला को रोज कई तरह के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। ये भोग बहुत ही शुद्ध रूप से तैयार किया जाता है।
राम लला के भोग में चावल विशेष रूप से बनाए जाते हैं। इन चावलों की पैदावार बिहार के कैमूर जिले के मोकरी नामक स्थान पर होती है। इस चावल को गोविंद भोग के नाम से जाना जाता है।
इस चावल की बुआई पहाड़ियों पर होती है। यहां बारिश का पानी औषधियों के संपर्क में होते हुए खेतों में पहुंचता है। इससे मिट्टी मुलायम हो जाती है और चावल की क्वालिटी भी बेहतर हो जाती है।
अपनी खास क्वालिटी के कारण ये चावल फटता नहीं है, साथ ही इसमें खास महक भी आ जाती है। यही चावल बिहार से अयोध्या आता है तो इसी चावल से भगवान श्रीराम को हर दिन भोग लगता है।