Mahabharat Fact: मृत्यु से पहले अर्जुन ने किसे दिया अपना गांडीव धनुष?
Spiritual Dec 28 2024
Author: Manish Meharele Image Credits:ChatGPT
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अर्जुन के पास था दिव्य धनुष
महाभारत के प्रमुख पात्र अर्जुन के पास एक दिव्य धनुष था, जिसका नाम गांडीव था। ये धनुष अर्जुन को स्वयं अग्निदेव ने दिया था। अर्जुन ने इस धनुष का क्या किया, आगे जानिए…
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परीक्षित को बनाया राजा
स्वर्ग जाने से पहले पांडवों को अभिमन्यु के पुत्र परीक्षित को हस्तिनापुर का राजा बनाया और स्वयं राज-पाठ का त्याग करके यात्रा पर निकल गए। पांडवों के साथ द्रौपदी भी थी।
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अर्जुन को था धनुष से मोह
स्वर्ग की यात्रा के दौरान चलते-चलते पांडव लाल सागर के तट पर जा पहुंचे। उस समय तक अर्जुन ने मोहवश अपने दिव्य धनुष गांडीव और तूरीण का त्याग नहीं किया था।
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पांडवों के सामने आए अग्निदेव
जब पांडव लाल सागर पहुचें तो उनके सामने अग्निदेव प्रकट हुए। उन्होंने कहा कि ‘अर्जुन तुम्हारे पास जो गांडीव धनुष है, वह सभी धनुषों में श्रेष्ठ है। उसे मैंने ही तुम्हें दिया था।’
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अग्निदेव ने क्या कहा अर्जुन ने?
अग्निदेव ने अर्जुन से कहा ‘इस दिव्य धनुष को मैं ही तुम्हारे लिए वरुणदेव से लेकर लाया था। स्वर्ग की यात्रा के दौरान तुम्हें इसकी आवश्यकता नहीं है। तुम इसे पुन: वरुणदेव को लौटा दो।’
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अर्जुन ने क्या किया धनुष का?
अग्निदेव की बात सुनकर अजुर्न ने अपना धनुष और तूरीण लाल सागर के अथाह जल में फेंक दिया। इसके बाद अग्नि देव वहां से चले गए और पांडव स्वर्ग की यात्रा पर आगे की ओर चल पड़े।