इस बार नागपंचमी 21 अगस्त, सोमवार है। जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है, वे यदि इस दिन कुछ खास उपाय करें तो उनकी परेशानियां कम हो सकती हैं। ये हैं वो आसान उपाय…
नागपंचमी पर नाग मंदिर में जाकर नागदेवता की पूजा करें। दूध से अभिषेक करें, नवनाग स्त्रोत का पाठ करें। इस उपाय से नागदेवता की कृपा बनी रहेगी, कालसर्प दोष का प्रभाव भी कम होगा।
नागपंचमी पर यदि कोई सपेरा आपको सांप लिए दिख जाए तो उसे कुछ पैसे देकर उस सर्प को जंगल में छोड़ दें। ऐसा करने से भी कालसर्प दोष की शांति संभव है।
नागपंचमी पर चांदी से बने नाग-नागिन का जोड़ा घर लेकर आएं और पहले इसकी पूजा करें बाद में इसे किसी नदी में प्रवाहित कर दें। इससे भी कालसर्प दोष से राहत मिलती है।
नागपंचमी पर कालसर्प यंत्र की स्थापना अपने घर के पूजा स्थान पर करें और प्रतिदिन इसके दर्शन और पूजा करें। इसके प्रभाव से घर की निगेटिविटी दूर होगी और शुभ फल भी मिलेंगे।
अपने आस-पास स्थित किसी शिव मंदिर में तांबे से बना एक नाग जाकर चढ़ाएं। ऐसा करते समय शिवजी और नागदेवता की पूजा भी करें। इससे आपकी परेशानी कम हो सकती है।
नागपंचमी पर सुबह स्नान आदि करने के बाद कुशा के आसन पर बैठकर नवनाग स्त्रोत का पाठ करें। ये पाठ कम से कम 11 या 21 बार करें। इससे कालसर्प दोष की शांति संभव है।
नागपंचमी पर अनेक नाग मंदिरों में व नदी के किनारे पंडितों द्वारा कालसर्प दोष की शांति करवाई जाती है। इस उपाय से आपकी परेशानियां काफी हद तक शांत हो सकती है।