Spiritual
इस बार 11 नवंबर, शनिवार को नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा। इस तिथि के स्वामी भगवान शिव हैं, इसलिए इस दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत भी किया जाता है।
दक्षिण के कुछ राज्यों में नरक चतुर्दशी के मौके पर ही हनुमान जयंती का पर्व भी मनाया जाता है। कुछ धर्म ग्रंथों में इस तिथि पर हनुमानजी के जन्म होने का प्रमाण मिलता है।
हनुमानजी शिवजी के ही अवतार हैं और चतुर्दशी तिथि पर ही शिवजी ने लिंग रूप में अवतार लिया था। इन दोनों कारणों से ये तिथि बहुत ही शुभ और खास बन गई है।
नरक चतुर्दशी पर यदि भगवान शिव और हनुमानजी से जुड़े कुछ उपाय किए जाएं तो हर काम में सफलता मिल सकती है। आगे जानिए नरक चतुर्दशी के इन उपायों के बारे में…
11 नवंबर को हनुमानजी की पूजा विधि-विधान से करें और मंदिर में ही बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमानजी के सामने शुद्ध घी का दीपक भी जलाएं। इससे शुभ फल मिलेंगे।
11 नवंबर को मासिक शिवरात्रि भी है। इस दिन शिवजी की कृपा पाने के लिए शिव चालीसा का पाठ करें। शिवजी को चावल भी चढ़ाएं। इससे आपको धन लाभ हो सकता है।
नरक चतुर्दशी पर किसी हनुमान मंदिर में लाल रंग की नई ध्वजा लगवाएं। संभव हो तो मंदिर के पुजारी को कुछ दान-दक्षिणा भी दें। इससे आपके घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
नरक चतुर्दशी पर भगवान शिव को 11 बिल्व पत्र एक-एक करके चढ़ाएं। ऐसा करते समय ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करते रहें। इससे आपकी किस्मत चमकते देर नहीं लगेगी।
शिवजी और हनुमानजी दोनों ही श्रीराम को अपना आराध्य मानते हैं। इसलिए नरक चतुर्दशी पर श्रीराम स्तुति का पाठ करें। इससे इन तीनों देवताओं की कृपा आपको प्राप्त होगी।