इस बार श्राद्ध पक्ष 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक रहेगा। इस दौरान लोग पितरों की मृत्यु तिथि पर श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण आदि करते हैं। श्राद्ध पक्ष में पितृ दोष की शांति भी की जाती है।
कुछ लोगों को पता ही नहीं होता कि उन्हें पितृ दोष है। ऐसे में कुछ विशेष संकेतों या जीवन में आ रही परेशानियों से पितृ दोष के बारे में जाना जा सकता है। जानें इन संकेतों के बारे में…
अगर किसी व्यक्ति के यहां संतान होने में परेशानी आ रही है तो इसे पितृ दोष का संकेत समझना चाहिए। ऐसी स्थिति में उसे पितृ दोष की शांति के लिए उपाय करना चाहिए।
यदि परिवार के सदस्य बार-बार बीमार होते रहते हैं तो इसे भी पितृ दोष का ही संकेत समझना चाहिए। इसे दोष की शांति के लिए किसी योग्य विद्वान की सलाह जरूर लेना चाहिए।
जिन लोगों को पितृ दोष होता है, उनके परिवार में शादी होने में कई प्रकार की समस्याएं आती हैं। कुछ लोगों को तो शादी भी नहीं होती। कईं बार तो इनका वंश ही आगे नहीं बढ़ पाता।
यदि किसी व्यक्ति को सपने में बार-बार पितृ या सांप दिखाई दें तो ये भी पितृ दोष का ही एक संकेत है। ऐसे लोगों को श्राद्ध पक्ष में पितरों की शांति के लिए विशेष उपाय आदि करने चाहिए।
अगर बार-बार व लंबे समय तक कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटना पड़े तो ये भी पितृ दोष का कारण हो सकता है। विद्वानों से इस बारे में सलाह लेकर उचित उपाय करना चाहिए।