प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी को गुजरात के बेट द्वारिका में सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया। सुदर्शन भगवान विष्णु के चक्र का नाम है। जानें इस चक्र से जुड़ी खास बातें…
धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान विष्णु महादेव के परम भक्त हैं। एक बार विष्णु भगवान ने हजार कमल के फूलों से शिवजी की पूजा की। प्रसन्न होकर महादेव ने उन्हें सुदर्शन चक्र प्रदान किया।
विष्णु पुराण के अनुसार, सुदर्शन चक्र में 12 तीलियां हैं। ये 12 तीलियां 12 आदित्य हैं। 6 नाभियों में 6 ऋतु और 2 युग हैं। सुदर्शन चक्र अपनी इच्छा अनुसार आकार बढ़ा-घटा सकता है।
ग्रंथों के अनुसार, भगवान विष्णु ने समय-समय पर अनेक अवतार लिए, लेकिन इन सभी अवतारों में से सिर्फ श्रीकृष्ण के पास ही सुदर्शन चक्र था, जो उन्हें भगवान परशुराम ने दिया था।
सुदर्शन चक्र का वार अचूक था यानी एक बार इसे किसी पर छोड़ दिया तो ये अपने लक्ष्य को पाकर ही लौटता था। इस चक्र से भगवान विष्णु-श्रीकृष्ण ने अनेक पापियों का वध किया था।
सुदर्शन चक्र को अपने बल पर घमंड था। श्रीकृष्ण ने बुलावे पर जब हनुमानजी उनसे मिलने आए तो सुदर्शन ने उन्हें रोक दिया। हनुमानजी ने सुदर्शन चक्र को मुंह में रखकर उसका घमंड तोड़ा था।