27 अगस्त, रविवार को पुत्रदा एकादशी व्रत किया जाएगा। ये सावन की अंतिम एकादशी है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से शुभ फल मिल सकते हैं। जानें इन उपायों के बारे में…
पुत्रदा एकादशी पर भगवान विष्णु का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें। ध्यान रखें कि दूध गाय का और बिना उबला हुआ होना चाहिए। इस उपाय से धन लाभ के योग भी बनते हैं।
एकादशी तिथि पर अपने आस-पास स्थित किसी मंदिर में केसरिया ध्वज लगवाएं। अगर वहां पहले से ध्वज लगा हो तो इसे मंदिर के पुजारी को दे दें ताकि वो समय पर ये ध्वज लगा सके।
एकादशी पर जरुरतमंदों को भोजन, फल, अनाज, कपड़े, बर्तन आदि चीजों का दान करें। इतना करना संभव न हो तो किसी एक ब्राह्मण को भोजन की सामग्री का दान भी कर सकते हैं।
एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा के बाद मंत्रों का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है। जाप के लिए तुलसी की माला का उपयोग करें। ये है मंत्र-ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नमः।
धर्म ग्रंथों में पीपल को साक्षात भगवान विष्णु का अवतार माना गया है। एकादशी पर पीपल की पूजा करें और जल भी चढ़ाएं। संभव हो तो एक दीपक भी लगाएं। इससे शुभ फल मिल सकते हैं।