22 जनवरी को राम लला के गर्भ गृह में आते ही पूजा का शेड्यूल तक हो चुका है। रोज सुबह राम लला को सफेद गाय और बछड़े के दर्शन करवाए जाते हैं। जानिए क्या है इसका कारण…
राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, रोज सुबह 4 बजे राम लला को जगाया जाता है। फिर श्रंगार और भोग के बाद मंगला आरती होती है। इसके बाद राम लला को सफेद गाय और बछड़ा दिखाया जाता है।
मंगला आरती के बाद राम लला को सफेद गाय और बछड़े के दर्शन क्यों करवाए जाते हैं, इसके पीछे कईं धार्मिक कारण हैं। गाय एकमात्र ऐसा जीव है हिंदू धर्म में माता माना गया है।
ग्रंथों के अनुसार, भगवान श्रीराम सूर्यवंशी थे और उनके पास लाखों गाय थीं। श्रीराम प्रतिदिन उन गायों की पूजा से ही अपने दिन की शुरूआत करते थे। वे प्रतिदिन गायों का दान भी करते थे।
रामचरित मानस की एक चौपाई में बताया गया है कि भगवान विष्णु ने ब्राह्मण, संत और गाय की रक्षा के लिए ही राम के रूप में अवतार लिया था। सफेद गाय कामधेनु का प्रतीक मानी गई है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार सुबह-सुबह यदि सफेद गाय के बछड़े सहित दर्शन हो जाएं तो पूरा दिन शुभ गुजरता है। इसलिए अयोध्या में रोज सुबह राम लला को सफेद गाय के दर्शन करवाए जाते हैं।