Hindi

रावण का Ram ही नहीं ये दो योद्धा भी कर सकते थे वध, हमेशा रहता था खौफ

Hindi

दशहरा का उत्साह

देशभर के साथ दुनियाभर में दशहरा पर्व की धूम मची हुई है।

Image credits: adobe stock
Hindi

रावण-मेघनाद-कुंभकर्ण का वद प्रदर्शन

विजयादशमी पर जगह-जगह रावण के पुतले का दहन किया जा रहा है।

Image credits: adobe stock
Hindi

असत्य पर सत्य की जीत का पर्व

राम की रावण पर विजय के प्रतीक के तौर पर दशहरा मनाया जाता है।

Image credits: adobe stock
Hindi

असीमित शक्तियों का स्वामी था रावण

पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक रावण को वरदान था कि वो किसी देवता, गंधर्व, राक्षस आदि हाथों नहीं मारा जा सकता।

Image credits: adobe stock
Hindi

नर के द्वारा ही हो सकता था रावण का वध

दशानन का वध करने के लिए ही नारायण ने नर के रूप में जन्म लिया था।

Image credits: adobe stock
Hindi

रावण को हमेशा लगा रहता था वध का डर

हालांकि रावण को पृथ्वी पर मौजूद इन दो प्राणियों से हमेशा अपनी मृत्यु का भय था।

Image credits: Our own
Hindi

पृथ्वी पर इन दो से था रावण को मृत्यु का भय

देवराज इंद्र का पुत्र बाली अति बलशाली था, उसे वरदान भी मिला था। जो भी उसके सामने युद्ध के लिए आता था उसकी आधी शक्तियां बाली को मिल जाती थीं।

Image credits: Facebook
Hindi

बाली ने कई दिनों तक रावण को बनाए रखा बंधक

एक बार बाली और रावण का आमना-सामना हो गया था। इसके बाद बाली ने रावण को अपनी बगल में दबा लिया था। रावण के क्षमा याचना के बाद बाली ने दशानन को मुक्त किया था।

Image credits: social media
Hindi

बजरंगबली से थर-थर कांपता था रावण

हनुमान जी से भी रावण भय खाता था। लंका दहन के दौरान वो बजरंगबली की शक्ति से परिचित हो गया था।

Image credits: Facebook
Hindi

हनुमान जी ने भगवान राम को दिए वचन की रखी मर्यादा

भगवान शिव के अंशावतार हनुमान जी कभी भी रावण का वध कर सकते थे, लेकिन श्रीराम के प्रण की वजह से उन्होंने हर बार रावण को जीवित छोड़ दिया।

Image credits: Facebook

राम-रावण की 7 बातें बिल्कुल एक जैसी, कुंडली देख हो जाएंगे हैरान

वास्तु टिप्स: धन के लिए हरी इलायची के 4 सरल उपाय

Chanakya Niti: किन लोगों की धन-संपत्ति और सुख जल्दी नष्ट हो जाते हैं?

सीता हरण या भतीजे का श्राप? किस कारण हुआ रावण और उसकी लंका का सर्वनाश