Spiritual

ये अमावस्या है खास

16 अगस्त, बुधवार को अधिक मास की अमावस्या है। इस तिथि के स्वामी पितृ देवता हैं। वैसे तो अमावस्या हर महीने आती है लेकिन अधिक मास की अमावस्या 3 साल में 1 बार आती है।

Image credits: Getty

पितृ दोष के करें उपाय

धर्म ग्रंथों के अनुसार, अमावस्या तिथि पर कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और पितृ दोष से राहत भी मिलती है। आगे जानिए इन उपायों के बारे में…

Image credits: Getty

श्राद्ध-पिंडदान करें

सावन अधिक मास की अमावस्या पर पितरों के निमित्त श्राद्ध-पिंडदान आदि करें। ये काम किसी योग्य ब्राह्मण द्वारा आप घर पर भी कर सकते हैं। इससे पितृ दोष की शांति होती है।

Image credits: Getty

पशु-पक्षी को भोजन कराएं

अमावस्या पर गाय को हरा चारा खिलाएं। चींटियों के लिए शक्कर मिश्रित आटा डालें। मछलियों के लिए नदी में आटे की गोलियां बनाकर डालें। पक्षियों के लिए छत पर अनाज रखें।

Image credits: Getty

गरीबों को दान करें

पितृ दोष से मुक्ति के लिए अमावस्या तिथि पर गरीबों को भोजन, कच्चा अनाज, बर्तन, कपड़े, जूते-चप्पल आदि चीजों का दान करें। ऐसा करने से भी पितृ देवता प्रसन्न होते हैं।

Image credits: Getty

सूर्यदेव से प्रार्थना करें

अमावस्या तिथि पर सुबह सूर्यदेव को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं और बोलें कि ‘इसी जल से हमारे पितरों को आप तृप्त करें’। मन में ऐसी भावना रखने से भी पितृ प्रसन्न होते हैं।

Image credits: Getty

धूप-ध्यान करें

अमावस्या पर कंडे सुलगाकर उसके ऊपर घी-गुड़ डालें। ऐसा करते समय ऊं पितृदेवताभ्यो नम: बोलें। अंत में हथेली में जल लेकर अंगूठे के माध्यम से धरती पर छोड़े दें।

Image credits: Getty