हर साल श्रावण शुक्ल पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 21 अगस्त, सोमवार को है। श्रावण सोमवार पर नागपंचमी का संयोग बहुत ही शुभ माना गया है।
नागपंचमी पर नागदेवता की पूजा करने की परंपरा है, लेकिन कुछ लोग जीवित सांपों की पूजा भी करते हैं। ये गलती न करें। जो व्यक्ति ये काम करता है, उसे बाद में पछताना पड़ सकता है।
वैज्ञानिक शोधों से पता चला है कि पूजा के दौरान जो चीजें जीवित सांप पर चढ़ाई जाती हैं जैसे कुमकुम आदि, इससे उनकी सेहत पर बुरा असर होता है। इसलिए ये काम करने से बचें।
जीवित नाग को दूध भूलकर भी न पिलाएं क्योंकि ये एक मांसाहारी जीव है। जबरन दूध पिलाने से इनकी जान भी जा सकती है। इस तरह हम पूजा के रूप में उन पर अत्याचार कर बैठते हैं।
ज्योतिष और धर्म ग्रंथों के अनुसार, अगर हमारे द्वारा किए गए कार्य से सांपों को नुकसान होता है, तो निकट भविष्य में हमें इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
सांप हमारे पारिस्थितिक तंत्र का एक महत्वपूर्ण अंग हैं। सांप अगर न हो तो पारिस्थितिक तंत्र में बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है, जिसका नुकसान मनुष्यों को हो सकता है।
हमारे पूर्वज सांपों का महत्व जानते थे, इसलिए उन्होंने नागपंचमी का पर्व मनाने की परंपरा शुरू की। ये पर्व नागों को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है।