ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद से अनेक लोग पत्र के जरिए धर्म से जुड़े सवाल पूछते हैं। शंकाराचर्य सोशल मीडिया पर भक्तों को इन सवालों का धर्म संगत जवाब भी देते हैं।
इन दिनों शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक भक्त उनसे पूजा-पाठ के दौरान अगरबत्ती जलाने के विषय पर प्रश्न पूछ रहा है।
शंकराचार्य से एक भक्त ने पत्र के जरिए पूछा कि ‘क्या पूजा-पाठ के दौरान भगवान को अगरबत्ती लगाएं या नहीं? मार्गदर्शन कीजिए। जानें क्या जवान दिया भगवान शंकराचार्य ने…
शंकराचार्य के अनुसार, ‘हिंदू धर्म में पूजा के दौरान सुगंधित वनस्पति जलाने की परंपरा बहुत पुरानी है, लेकिन वर्तमान में जो अगरबत्ती बाजार में मिल रही है, इसे जलाना ठीक नहीं।’
शंकराचार्य के अनुसार, ‘वर्तमान में जो अगरबत्ती बाजार में मिलती है, उसमें बांच की खपच्ची का उपयोग किया जाता है। इस तरह की अगरबत्ती जलाने की परंपरा सनातन धर्म में नहीं है।’
शंकराचार्य के अनुसार, ‘बाजार में बिना बांस की खपच्ची वाली धूप भी आसानी से मिल जाती है, इसका उपयोग ही भगवान की पूजा में करना चाहिए। यही सनातन धर्म की पूजा पद्धति है।
शंकराचार्य के अनुसार, ‘बांस की खपच्ची से बनने वाली अगरपत्ती इस्लाम की पूजा पद्धति का हिस्सा है, इसलिए इस तरह की अगरबत्ती का उपयोग हिंदू पूजा में नहीं करना चाहिए।