Hindi

क्यों अपनी पत्नी को कभी दूसरे के सहारे नहीं छोड़ना चाहिए?

Hindi

राक्षसों के गुरु थे शुक्राचार्य

शुक्राचार्य राक्षसों के गुरु थे। उन्होंने अनेक ग्रंथों की रचनाएं की, शुक्र नीति भी इनमें से एक है। एक नीति में उन्होंने बताया कि किन 3 को दूसरे के भरोसे नहीं छोड़ना चाहिए…

Image credits: freepik
Hindi

शुक्र नीति के अनुसार…

पराधीनं नैव कुय्यार्त तरुणीधनपुस्तकम्
कृतं चेल्लभ्यते दैवाद भ्रष्टं नष्टं विमिर्दितम्
अर्थात- पत्नी, पैसा और पुस्तक को दूसरों के हवाले नहीं करना चाहिए, नहीं तो ये नष्ट हो सकते हैं।

Image credits: Getty
Hindi

पत्नी को किसी के भरोसे न छोड़ें

शुक्राचार्य के अनुसार, अपनी पत्नी को भूलकर भी दूसरे पुरुष के आश्रित नहीं छोड़ना चाहिए। दूसरा व्यक्ति आपकी पत्नी को बहला-फुसला कर या डर दिखाकर पथभ्रष्ट कर सकता है।

Image credits: Getty
Hindi

अपने पुस्तकें भी दूसरे को न दें

गुरु शुक्राचार्य के अनुसार, पुस्तकें ज्ञान का भंडार है। इन्हें दूसरों को नहीं देना चाहिए क्योंकि वो व्यक्ति इसका  ध्यान नहीं रख पाया तो उसके पास ये पुस्तकें नष्ट भी सकती हैं।

Image credits: Getty
Hindi

अपना धन भी दूसरे के सहारे न छोड़ें

गुरु शुक्राचार्य के अनुसार, अपना पैसा भी दूसरों के भरोसे न छोड़ें क्योंकि धन देखकर किसी भी भी नीयत बदल सकती है। दूसरे के सहारे धन छोड़ने पर नुकसान आपका ही होता है।

Image Credits: Getty