20 अप्रैल को होने वाला सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए यहां इसका कोई भी प्रभाव माना नहीं जाएगा। सूतक आदि नियम भी यहां मान्य नहीं रहेंगे।
साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, लेटिन अमेरिका, फिजी, दक्षिणी प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। कहीं से पूर्ण सूर्य ग्रहण तो कहीं आंशिक रूप से दिखाई देगा।
भारतीय समय के अनुसार, 20 अप्रैल को होने वाला सूर्य ग्रहण सुबह सुबह 07.05 से शुरू होकर 12.29 पर समाप्त होगा। अलग-अलग देशों में इसके समय में अंतर आ सकता है।
20 अप्रैल को सूर्यग्रहण के 3 अलग-अलग रूप दिखाई देंगे, जिसके चलते इसे हाइब्रिड सूर्यग्रहण कहा जा रहा है। सामान्य भाषा में इसे संकर सूर्य ग्रहण कहते हैं। ये एक दुर्लभ सूर्य ग्रहण है।
पिछला हाइब्रिड सूर्यग्रहण 10 साल पहले 3 नवंबर 2013 को हुआ था और अगला हाइब्रिड सूर्यग्रहण 15 नवंबर 2031 को होगा यानी आठ साल बाद। दशकों में एक बार ऐसी घटना होती है।