साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल, गुरुवार को होगा। भारतीय समय अनुसार, ये ग्रहण सुबह 07.05 से शुरू होकर 12.29 पर समाप्त होगा। भारत में ये ग्रहण नहीं दिखेगा।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, ग्रहण काल शुरू होने से पहले भोजन में तुलसी के पत्ते डालने चाहिए। इससे भोजन दूषित नहीं होता और ग्रहण के बाद भी खाने योग्य रहता है।
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ऐसा करने से गर्भ में पल रहे बच्चे पर बुरा असर होता है। ये एक प्राचीन मान्यता है।
ग्रहण के दौरान पूजा नहीं करनी चाहिए, मंत्र जाप कर सकते हैं। ग्रहण के दौरान पूजा करने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। संभव हो तो मंदिर पर परदा लगा देना चाहिए।
ग्रहण काल के दौरान धारदार चीजें जैसे चाकू, कैंची, सुई आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए। महिलाओं का इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए।
ग्रहण काल के दौरान न तो भोजन पकाए और न ही खाए। कहते हैं कि ग्रहण के दौरान हानिकारक किरणें भोजन को दूषित कर देती हैं, इसलिए ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए।
ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें और घर को भी अच्छी तरह से धोएं। ऐसा करने से ग्रहण से निकलने वाली हानिकारक किरणों के प्रभाव हमारे ऊपर से कम होता है।
ग्रहण के बाद जरूरतमंदों को अनाज, कपड़े, पैसे, भोजन आदि का दान करना चाहिए। ऐसा करने से ग्रहण के अशुभ फल से काफी हद तक बचा जा सकता है।