ज्योतिष शास्त्र में पंचक को अशुभ माना गया है। इस बार पंचक की शुरूआत 15 अप्रैल, शनिवार की शाम 05.38 से हो रही है, जो 19 अप्रैल, बुधवार की रात 11.27 मिनट तक रहेगा।
Spiritual Apr 14 2023
Author: Manish Meharele Image Credits:Getty
Hindi
मृत्यु पंचक क्यों?
जिस दिन से पंचक आरंभ होता है, उसी के अनुसार उसका नाम रखा जाता है। इस बार पंचक का आरंभ शनिवार से हो रहा है, इसलिए इसका नाम मृत्यु पंचक है।
Image credits: Getty
Hindi
इस दिशा में यात्रा न करें
पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा के स्वामी यमराज हैं। पंचक के दौरान दक्षिण में यात्रा करने से परेशानी होती है।
Image credits: Getty
Hindi
घर की छत न डालें
पंचक के दौरान घर की छत डालने की भी मनाही है। ऐसा कहा जाता है कि पंचक के दौरान यदि घर की छत डाली जाए तो निकट भविष्य में कोई अनहोनी हो सकती है।
Image credits: google
Hindi
अंतिम संस्कार में ध्यान रखें ये बातें
पंचक के दौरान यदि किसी की मृत्यु हो जाए तो किसी योग्य विद्वान की सलाह लेकर ही मृतक अंतिम संस्कार करना चाहिए। इससे पंचक दोष खत्म हो जाता है।
Image credits: google
Hindi
ये चीजें न खरीदें
पंचक के दौरान चारपाई या पलंग न खरीदें और न ही बनवाएं। मान्यता है कि इस दौरान बनवाए गए पलंग या चारपाई पर सोने से बीमार होने के खतरा बना रहता है।
Image credits: google
Hindi
ज्वलनशील पदार्थ इकट्ठा न करें
पंचक दौरान ज्वलनशील पदार्थ जैसे लकड़ी, माचिस, मिट्टी का तेल आदि एक स्थान पर इकट्ठा न करें। मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से आग लगने का भय बना रहता है।