‘कैसे मानें कि हमारे पहले भी कईं जन्म हो चुके हैं?’ ये प्रश्न प्रेमानंद महाराज से एक भक्त ने पूछा तो बाबा ने इसका बहुत ही सुंदर तरीके से उत्तर दिया। जानें क्या कहा बाबा ने…
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘इस जन्म में हम सभी लोग माता के गर्भ में थे क्या इस बात का स्मरण है। क्या हमें ये बात भी याद है कि हमारा जन्म मां के गर्भ से कैसे हुआ है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘आपने पंद्रह दिन पहले क्या खाया था क्या आपको याद है। आपको ये याद करने के लिए दिमाग पर बहुत जोर देना पड़ेगा तब भी जबाव नहीं दे पाएंगे।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘जब आपको 15 दिन पहले की कोई बात याद नहीं तो पूर्वजन्म की स्मृति आपको कैसे जागृत हो सकती है? इसलिए इसे बिना तर्क के मानना होगा।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘जैसे हम कैसे मानें कि अमुक व्यक्ति ही हमारे पिता है तो माता इसका प्रमाण है। माता के वचन पर हमें चलना होगा और उसकी बात को मानना होगा।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘तीनों लोकों में सिर्फ मां ही है जो बच्चे को बताती है कि ये तुम्हारे पिता हैं और उसी की बात हमारे रोम-रोम में ये बैठ जाती है कि ये हमारे पिता हैं।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘कुछ बातें सिर्फ श्रद्धा के द्वारा मानी जा सकती है, तर्क के द्वारा नहीं समझाई जा सकती। पूर्व जन्म भी ऐसा ही एक विषय है जिसे हम तर्क से नहीं समझ सकते।’