प्रेमानंद महाराज के वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। ऐसे ही एक वीडियो में एक भक्त उनसे कामवासना के बारे में पूछ रहा है, जानें क्या है इस वीडियो में…
भक्त ने प्रेमानंद बाबा से कहा ‘भक्ति करते-करते मेरी सभी बुरी आदतें छूट गई हैं- जैसे मांस-मदिरा, सिगरेट और अंडा, लेकिन काम वासना खत्म नहीं हो रही। इसे कैसे नष्ट करूं?
प्रेमानंद महाराज ने कहा ‘काम वासना बहुत ऊंचे तक जाती है, ये कोई छोटी चीज नहीं है। ये लंबे समय तक बनी रहती है। सालों की तपस्या के बाद भी ये शरीर में तरंग के रूप में रहती है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘पचास वर्षों तक की साधना को काम वासना फल भर में नष्ट कर देती है। काम ने तो बड़े-बड़े ऋषि मुनियों और राजा-महाराज को भी नहीं छोड़ा।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ’काम भगवद् का स्वरूप है, क्योंकि ये स्वयं भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र प्रदुम्यन के रूप में जन्मा है। इसलिए इस पर काबू पाना आसान नहीं है। इससे डरना नहीं।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘भक्ति मार्ग में काम वासना तब तक ही परेशान करती है, जब तक भगवान का साक्षात्कार न हो जाए। ऐसा होते ही ये अपने आप ही शांत हो जाती है।’