Hindi

सुख-दुख किस्मत से मिलता है या कर्म से, क्या कहा प्रेमानंद महाराज ने?

Hindi

भाग्य और कर्म में कौन बड़ा?

वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है जिसमें कर्म और भाग्य में बड़ा कौन हैं, ये बता रहे हैं। आगे जानिए इस विषय पर क्या कहा प्रेमानंद महाराज ने…

Image credits: facebook
Hindi

भाग्य और कर्म का महत्व

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘मनुष्य जन्म में कर्म और भाग्य दोनों की प्रधानता है। यदि भाग्य अच्छा है तो वह कर्म को फेल कर देगा, कर्म अच्छे हैं तो भाग्य उसके सामने छोटा हो जाएगा।’

Image credits: facebook
Hindi

भाग्य से बड़ा है कर्म

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘मनुष्य ही एकमात्र ऐसा है जो कर्म के जरिए अपना भाग्य बदल भी सकता है, अन्य कोई नहीं। जरूरी नहीं कि जो आपकी किस्मत में लिखा है वो होकर ही रहेगा।’

Image credits: facebook
Hindi

भाग्य का लिखा भी मिट जाता है

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ’अगर किसी के नसीब में समस्याएं लिखी हैं तो जरूरी नहीं कि वो मिले ही सही, क्योंकि कई बार कर्म के आगे भाग्य का लिखा हुआ भी मिटा जाता है।’

Image credits: facebook
Hindi

क्या बदल सकती है किस्मत?

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘यदि आपने सच्चे मन से कोई परमात्मा की आराधना करें और अच्छे कर्मम करे तो किस्मत में जो परेशानियां लिखी है वह भी दूर हो सकती हैं। यही सत्य है।’

Image Credits: facebook