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सुख-दुख किस्मत से मिलता है या कर्म से, क्या कहा प्रेमानंद महाराज ने?

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भाग्य और कर्म में कौन बड़ा?

वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है जिसमें कर्म और भाग्य में बड़ा कौन हैं, ये बता रहे हैं। आगे जानिए इस विषय पर क्या कहा प्रेमानंद महाराज ने…

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भाग्य और कर्म का महत्व

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘मनुष्य जन्म में कर्म और भाग्य दोनों की प्रधानता है। यदि भाग्य अच्छा है तो वह कर्म को फेल कर देगा, कर्म अच्छे हैं तो भाग्य उसके सामने छोटा हो जाएगा।’

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भाग्य से बड़ा है कर्म

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘मनुष्य ही एकमात्र ऐसा है जो कर्म के जरिए अपना भाग्य बदल भी सकता है, अन्य कोई नहीं। जरूरी नहीं कि जो आपकी किस्मत में लिखा है वो होकर ही रहेगा।’

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भाग्य का लिखा भी मिट जाता है

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ’अगर किसी के नसीब में समस्याएं लिखी हैं तो जरूरी नहीं कि वो मिले ही सही, क्योंकि कई बार कर्म के आगे भाग्य का लिखा हुआ भी मिटा जाता है।’

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क्या बदल सकती है किस्मत?

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘यदि आपने सच्चे मन से कोई परमात्मा की आराधना करें और अच्छे कर्मम करे तो किस्मत में जो परेशानियां लिखी है वह भी दूर हो सकती हैं। यही सत्य है।’

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