इस बार करवा चौथ 20 अक्टूबर, रविवार को है। इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और परिवार की खुशहाली के लिए व्रत-पूजा करती हैं। इस व्रत से जुड़ी कईं परंपराएं भी हैं।
करवा चौथ व्रत के दौरान महिलाएं छलनी से अपने पति को देखती हैं। इस परंपरा के पीछे कोई धार्मिक या वैज्ञानिक कारण नहीं है, लेकिन मनोवैज्ञानिक कारण जरूर छिपा है।
छलनी कईं चीज को साफ करने के काम आती है। छलनी से जब पत्नी अपने पति को देखती है तो इसका अर्थ है कि उसने अपने मन को छानकर पवित्र कर लिया है, जिसमें सिर्फ प्रेम शेष है।
यही निस्वार्थ प्रेम पत्नी अपने पति को समर्पित करती है और आशा करती है कि पति उसे इस प्रेम को स्वीकार करेगा, जिससे कि इनका वैवाहिक जीवन हमेशा सुखमय बना रहेगा।
छलनी पारदर्शी होती है। जब पत्नी अपने पति को इसमें से देखती है तो उसका अभिप्राय होता है कि हमारे जीवन में सभी चीजें ऐसी ही पारदर्शी बनी रहें। यही सुखी दांपत्य जीवन की पहचान है।