इस बार करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर, रविवार को किया जाएगा। इस दिन व्रत करते समय कुछ विशेष मंत्र जरूर बोलना चाहिए। इन मंत्रों के बोलने से और भी अधिक शुभ फल मिलते हैं…
करवा चौथ की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद ये मंत्र बोलकर व्रत-पूजा का संकल्प लें-
मम सौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर
श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतं करिष्ये।
करवा चौथ व्रत में भगवान श्रीगणेश की पूजा भी की जाती है। श्रीगणेश की पूजा में ये मंत्र बोलें-
गणेश शिव स्कंद गौर्याद्यावाहित देवताभ्यो नम:
भगवान श्रीगणेश की पूजा के बाद शिवजी की पूजा का भी विधान है। उस समय ये मंत्र बोलें-
नम: शिवायै सर्वायै सौभाग्यं संतति शुभाम।
प्रयच्छ भक्ति युक्तानां नारीणां हरवल्लभे।।
पूजा के बाद महिलाएं एक-दूसरे से करवे बदलती हैं। उस समय ये मंत्र बोलना चाहिए-
करक क्षीरसंपूर्ण तोयपूर्णमथापि वा।
ददामि रत्यसंयुक्तं चिंर जीवतु में पति:।।