किचन यानी रसोई हर घर में होती है। ये घर का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि यहां से निकलने वाली पॉजिटिव या निगेटिव एनर्जी पूरे घर के सदस्यों का प्रभावित करती है।
किचन में एक स्थान ऐसा भी होता है, जिसे पितरों का स्थान कहा जाता है। इस स्थान पर यदि कोई दोष हो या कुछ गलत चीजें रखीं हो तो इससे पितृ देवता नाराज हो जाते हैं।
किचन में जिस स्थान पर आप पीने का पानी रखते हैं उसे बोल-चाल की भाषा में पंडेरी कहते हैं। इसी को पितरों का स्थान माना जाता है। यहां पर किसी भी तरह का वास्तु दोष नहीं होना चाहिए।
मान्यताओं के अनुसार, किचन में जहां पीने का पानी रखते हैं, वहां झूठे बर्तन भूलकर भी नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से पितृ देवता नाराज हो जाते हैं और अशुभ फल देते हैं।
किचन में पानी रखने के स्थान पर रोज शाम को एक दीपक जलाने से पितृ देवता प्रसन्न होते हैं और अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं। इस उपाय से आपकी कईं परेशानियां खत्म हो सकती हैं।