अयोध्या राम मंदिर में राम नवमी के मौके पर राम लला का सूर्य तिलक किया गया। इस मौके पर 3 मिनिट तक सूर्य की किरणें सीधे राम लला के मस्तक पर तिलक के रूप में दिखाई दी।
लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या अब हर साल राम नवमी के मौके पर राम लला का सूर्य तिलक होगा तो इसका उत्तरा हैं- हां। आगे जानिए हर साल कैसे होगा राम लला का सूर्य तिलक…
सूर्य तिलक का सिस्टम IIT रुड़की के सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बनाया है और इसे मंदिर में ही फीट कर दिया है। इस पूरे सिस्टम के जरिए हर साल राम लला का सूर्य तिलक होगा।
भारतीय खगोलीय भौतिकी संस्थान के अनुसार, हर साल सूर्य तिलक का समय थोड़ा-थोड़ा बढ़ता जाएगा। जैसे इस बार 3 मिनिट का सूर्य तिलक हुआ है तो अगली बार ये 3 मिनिट से ज्यादा होगा।
सूर्य तिलक का समय 19 साल तक बढ़ता रहेगा। 19 साल बाद 2043 में आज की रामनवमी की तरह ही इसका समय रिपीट होगा। यानी उस समय पुन: 3 मिनिट का सूर्य तिलक होगा।
वैज्ञानिक शोधों से पता चला है कि हर साल सूर्य की गति में अंतर आता है और 19 साल बाद फिर वह पूर्व अवस्था में आता है। इसलिए आज का नजारा 19 साल बाद नजर आएगा।