पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली की शारीरिक स्थिति इस समय कुछ ठीक नहीं चल रहा है। वह कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं।
सचिन तेंदुलकर ने सबसे कांबली से मुलाकात की, उस समय से उनका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था और वह सभी जगह पर चर्चा का विषय बने हुए हैं।
पूर्व क्रिकेटर की कहानी एकदम फिल्मी रही है। उनके जीवन में कभी अच्छे पल तो कभी बुरे पल आते-जाते रहे हैं। उन्होंने पॉलिटिक्स में भी अपना हाथ आजमाया था।
विनोद कांबली का क्रिकेट करियर एक दशक भी नहीं चल पाया था। इसके बाद वह 2009 में पॉलिटिक्स से जुड़े और चुनावी मैदान में भी उतरे थे।
साल 2009 में मुंबई के ब्रिकोली सीट से लोकभारती पार्टी के लिए पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने चुनाव लड़ा था। कुछ चुनाव में भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।
कांबली जब चुनावी मैदान पर उतरे, उस समय भी उनके ऊपर गंभीर आरोप लगाए गए थे। पूर्व भारतीय क्रिकेटर के ऊपर बच्चों के द्वारा चुनावी पर्चे बंटवाने के आरोप लगे थे।
साल 2011 में अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत अभियान चलाया था। उसे अभियान में विनोद कांबली ने अन्ना हजारे का समर्थन भी किया था।