पेरिस ओलंपिक 2024 के 50 मीटर राइफल इवेंट में भारत के स्वप्निल कुसाले तीसरे नंबर पर रहे और उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इसी के साथ भारत के मेडल की संख्या अब तीन हो गई है।
भारतीय शूटर स्वप्निल ने इतिहास रच दिया। दरअसल, ओलंपिक के इस इवेंट में पहली बार किसी भारतीय शूटर ने पदक जीता है।
ओलंपिक 2024 में यह भारत का तीसरा ब्रॉन्ज मेडल है और यह तीनों मेडल शूटिंग में ही मिले हैं। ओलंपिक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब शूटिंग में तीनों मेडल भारत ने जीते हैं।
29 वर्षीय स्वप्निल कुसाले मूल रूप से महाराष्ट्र के कोल्हापुर के कंबलवाड़ी गांव से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने 2012 से 50 मीटर में एयर राइफल प्रतियोगिता खेलना शुरू किया।
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे एमएस धोनी का कनेक्शन भारतीय शूटर स्वप्निल कुसाले से हैं। स्वप्निल भी धोनी की तरह रेलवे में टिकट कलेक्टर हैं और धोनी को अपना आइडियल मानते हैं।
स्वप्निल कुसाले ने साल 2015 में भारतीय मध्य रेलवे में काम करना शुरू किया था। उनके पापा और भाई गवर्नमेंट टीचर हैं, वहीं उनकी मां गांव की सरपंच हैं।
स्वप्निल कुसाले को ओलंपिक में खेलने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने 12 साल तक इंतजार किया और जब उन्होंने मौका मिला तो उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाया।
स्वप्निल कुसाले धोनी को अपना मार्गदर्शक मानते हैं, क्योंकि उनके खेल में भी शांत रहना ज्यादा जरूरी है। जैसे धोनी हमेशा मैदान पर शांत रहते थे। वह भी कभी TC थे और स्वप्निल भी TC हैं।