7 अगस्त 2024 को मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम वर्ग कैटेगरी में वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में भाग लिया, लेकिन वह चौथे नंबर पर रही और मेडल से चूक गई।
मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को इंफाल में हुआ था। उन्होंने 12 साल की उम्र में ही वेटलिफ्टिंग करना शुरू किया था, जब उनके परिवार ने उन्हें लकड़ी का गट्ठा उठाकर चलते हुए देखा था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, मीराबाई चानू की नेटवर्थ 7 करोड़ रुपए के आसपास है। जिसमें कई ब्रांड एंडोर्समेंट और पर्सनल इन्वेस्टमेंट भी शामिल हैं।
मीराबाई चानू को मणिपुर की सरकार ने 20 लाख रुपए का इनाम टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने पर दिया था। इसके अलावा भारत सरकार उन्हें 50 लाख रुपए सम्मान राशि के रूप में दिए थे।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीता था। इसके बाद BYJU's कंपनी ने उन्हें एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी थी।
मीराबाई चानू के अचीवमेंट को देखते हुए उन्हें मणिपुर सरकार ने 1 करोड़ की सम्मान राशि दी थी। इसके अलावा मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे ने 2 करोड़ रुपए और BCCI ने 50 लाख रुपए दिए थे।
मीराबाई चानू को 2018 में भारत के सबसे बड़े खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न और पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका हैं।
मीराबाई चानू मणिपुर राज्य पुलिस में एडिशनल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस यानी कि एसपी के रूप में नियुक्त हैं।