सावन के चौथे सोमवार को बिहार के जहानाबाद के सिद्धेश्वरनाथ मंदिर में मची भगदड़ में 7 शिव भक्तों की मौत हो गई है। लेकिन लोगों का कहना है कि मरने वालों का आंकड़ा कहीं ज्यादा है।
जहानाबाद में यह हादसा रविवार रात 12 बजे का है। जिसे मौके पर मौजूद एक चश्मदीद मनोज कुमार ने बयां किया है। उन्होंने कहा मैं भी मरते-मरते बचा हूं, मुझे तो भगवान शिव ने ही बचाया है।
मनोज ने मीडिया को बताया कि एक तो भगदड़ मची और ऊपर से प्रशासन ने लाठीचार्ज और कर दिया जिसके कारण लोग एक-दूसरे के ऊपर जा गिरे। मैं भी लाश के नीचे दबा था, लोगों ने मुझे खींचकर निकाला।
प्रत्यक्षदर्शी मनोज का कहना है कि इस सिद्धेश्वरनाथ मंदिर हादसे में मरने वालों का आंकड़ा कहीं ज्यादा होगा। कम से कम 10 से 15 लोगों की मौत हुई। वहीं घटना में 50 से 60 घायल हैं।
चश्मदीद ने बताया कि हादसे के लिए पुलिस- प्रशासन जिम्मेदार है। मंदिर में हर सोमवार को भीड़ होती है, लेकिन मौके पर कोई नहीं था। अगर पुलिसवाले होते तो दुकानदारों में झगड़ा नहीं होता।
वहीं इस घटना में मारे गए मृतकों के परिजनों का कहना है कि अगर मंदिर प्रशासन लाठीचार्ज नहीं करता तो यह भगदड़ नहीं मचती और ना ही यह हादसा होता।