छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रहने वाले वैज्ञानिक श्रीवास ने चंद्रयान-3 को चांद तक ले जाने वाले रॉकेट की फ्रेम बनाने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं
हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट से रिटायर्ड दिनेश श्रीवास के पुत्र विकास श्रीवास साल 2007 से तिरुवंतपुरम स्थित इसरो (ISRO) केंद्र में अंतरिक्ष वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत हैं
विकास श्रीवास की बेसिक एजुकेशन तखतपुर में हुई, हायर सेकेंडरी की पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर तिलक नगर से की चंद्रयान की सफलता के लिए सभी वैज्ञानिकों ने दिन-रात एक कर दिए थे
अब अगले 14 दिनों तक (एक मून-डे के बराबर) रोवर प्रज्ञान चंद्रमा की सतह से इमेजेज और डेटा भेजेगा
चंद्रमा लैंडर को 14 जुलाई को एलवीएम 3 हेवी-लिफ्ट लॉन्च वाहन पर लॉन्च किया गया था। इसे 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा(lunar orbit) में स्थापित किया गया था