31 जुलाई को हरियाणा के नूहमें जो दंगे फैले वह अभी तक पूरी तरह से काबू नहीं हो सके हैं। दंगों के दौरान छुट्टी पर गए नूंह के एसपी वरुण सिंगला को हटा दिया गया है।
नूंह में फिर से जिंदगी पटरी पर लाने की जिम्मेदारी आईपीएस नरेंद्र बिजारणिया को सौंपी है। आईपीएस नरेंद्र को नूंह का नया एसपी बनाया गया है।
तेज तर्रार अफसर बिजारणिया ने आते ही नूंह में गदर मचा दिया है। वह दंगाइयों के इलाके में अपनी टीम के साथ बुलडोजर लेकर पहुंचे और उनके घरों को गिरा दिया गया।
आईपीएस नरेंद्र बिजारणिया राजस्थान के सीकर जिले के रहने वाले हैं और उन्होंने जयपुर से एमएनआईटी की पढ़ाई की है। हरियाणा सरकार के अफसरों में वब टॉप लिस्ट में है ।
नरेंद्र बिजारणिया के पिता किसान हैं, वह एक सामन्य परिवार से आते हैं। लेकिन जिद और जुनून से आईपीएस बने और उन्हें हरियाणा कैडर दिया गया ।
नूह में जब हिंसा हुई तो आईपीएस लोकेंद्र सिंह को नूह का अतिरिक्त चार्ज सौंपा गया, लेकिन वह हिंसा को काबू नहीं कर सके । अब नरेंद्र को यह जिम्मेदारी दी है।
बिजारणिया का राजस्थान से गहरा नाता इसलिए भी है क्योंकि उन्होंने राजस्थान के सबसे बड़े गैंगस्टर आनंदपाल का एनकाउंटर करने में अहम भूमिका निभाई थी ।