पेरिस ओलंपिक में ब्रांज मेडल जीतने वाले 21 साल के पहलवान अमन सहरावत के संघर्ष को हर कोई सलाम कर रहा है। क्योंकि उन्होंने इस पदक को जीतने से एक रात पहले रातभर पसीना बहाया है।
बता दें कि विनेश फोगाट को 100 ग्राम वजन के चलते अयोग्य कर दिया था। अमन सहरावत नहीं चाहते थे, उनके साथ ऐसा हो, क्योंकि उनका भी 4 किलोग्राम वजन ज्यादा हो गया था।
दरअसल, सेमिफाइनल हारने के बाद अमन को ब्रांज मेडल के लिए 57 किलोग्राम कैटेगिरी के लिए मुकाबला करना था। लेकिन एक रात पहले उनका वजन 61.5 किलोग्राम हो गया था।
अमन ने क्वालिफाई करने के लिए रातभर मेहनत की। उन्होंने जिम में जॉगिंग की, विंडचीटर जैकेट पहनी, तब कहीं जाकर उनका वजन 4.5 किलोग्राम कम हुआ।
अमन ने कहा कि वजन कम करने के लिए हम पूरी रात नहीं सोए, हर घंटे वेट नापते रहे। बीच-बीच में कोच नींबू और शहद के साथ गुनगुना पानी देते रहते थे। तब कहीं जाकर वह मुकाबले में पहुंच सके।
अमन ने बात करते हुए कहा- एक रात में वेट कम करना बड़ी चुनौती थी। अगर वजन कम नहीं होता वह भी बाहर हो जाते। उन्होंने चैलेंज लिया ताकि ब्रॉन्ज मेडल जीत सकें।