अरविंद केजरीवाल ने पार्टी का नाम "आम आदमी पार्टी" (AAP) इसलिए रखा क्योंकि वे खुद को और अपनी पार्टी को एक साधारण, आम नागरिक की आवाज बनाना चाहते थे।
उनका उद्देश्य राजनीति में आम जनता का प्रतिनिधित्व करना और उनके मुद्दों को प्राथमिकता देना था।
केजरीवाल का मानना था भारत में आम आदमी भ्रष्टाचार से सबसे ज्यादा पीड़ित है। आम आदमी पार्टी नाम से वे संदेश देना चाहते थे कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ आम नागरिक की लड़ाई है।
केजरीवाल ने अन्ना हजारे के साथ लोकपाल आंदोलन की अगुवाई की थी। इसमें ज्यादतर आम नागरिक थे, जो व्यवस्था में बदलाव चाहते थे। इसने उन्हें “आम आदमी पार्टी” नाम रखने के लिए प्रेरित किया।
AAP का लक्ष्य राजनीति को धन और सत्ता के खेल से हटाकर आम लोगों के मुद्दों पर केंद्रित करना था। केजरीवाल ने दिखाया कि वे राजनीति को सस्ती, पारदर्शी, जनता के लिए सुलभ बनाना चाहते हैं।
"आम आदमी पार्टी" का नाम आम जनता के हितों पर आधारित नीतियों और विकास योजनाओं की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
केजरीवाल चाहते थे कि लोग उनकी पार्टी को उम्मीद की किरण और समाज के कमजोर वर्गों के लिए राहत का माध्यम मानें।