राजस्थान का सीधा साधा मोबाइल टेक्नीशियन रावताराम स्वामी ने 8 साल में गैंगस्टर रोहित गोदारा कैसे बन गया। दुबई में बैठे राेहित गोदारा के परिवार की क्या स्थिति है, यहां जानें।
मूलत: राजस्थान के बीकानेर जिले के लूणकरणसर का रहने वाला रोहित गोदारा विदेश में बैठकर भारत में जरायम की दुनिया में अपना सिक्का चला रहा है। बिश्नोई गैंग की कमान उसी के हाथ में है।
रोहित गोदारा का असली नाम रावताराम स्वामी है। उसके पिता संतदास, मां गीता देवी और भाई हनुमान सारण है। आज से 8 साल पहले तक वह अपने गांव में मोबाइल टेक्नीशियन का काम करता था।
आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर और राजू ठेहट की हत्या के बाद रोहित गोदारा ने अपने अपराधी जीवन की दिशा और तेज़ कर दी। अब तो उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग की कमान भी अपने हाथ में ले ली है।
राजस्थान में कई अपराधों को अंजाम देने के बाद वह फर्जी पासपोर्ट के जरिये विदेश भाग गया। वहीं से वह अब अपनी गैंग की आपराधिक गतिविधियों का संचालन कर रहा है।
गैंगस्टर बनने के बाद से ही उसने अपने परिवार से हर तरह का संपर्क तोड़ दिया है। रोहित की मां गीता देवी अपने बेटे की आपराधिक गतिविधियों से बेहद आहत हैं।
राेहित गदारा जेल भी जा चुका है। उसकी मां के अनुसार रोहित शुरू में ऐसा नहीं था, लेकिन महिला उत्पीड़न के एक केस में जेल जाने के बाद उसमें पूरी तरह बदलाव आ गया।
रोहित के पिता संत दास का कहना है कि उनका बेटा अपराध के दलदल में फंस गया है। उनका कहना है कि अपराध वो करता है और उसका खामियाजा परिवार को भुगतना पड़ रहा है।
रोहित के भाई हनुमान सारण का कहना है कि रोहित अपराध की दुनिया में लगातार गलत कार्य कर रहा है। जब-जब वह या उसकी गैंग कुछ करती है, पुलिस हमसे पूछताछ करने आ जाती है।
परिवार का कहना है कि अब रोहित गोदारा उनसे कोई कांटेक्ट भी नहीं रखता है। सालों पहले परिवार की उससे आखिरी बार बात हुई थी।