भारत आज देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती मना रहा है। इस मौक पर पीएम मोदी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए गुजरात पहुंचे हैं।
भारत के लौह पुरूष सरदार पटेल की गुजरात के केवडिया में 182 मीटर ऊंची यानि दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है। जिसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कहा जाता है।
इस मूर्ति की लागत 2989 करोड़ रुपए है। जिसका कुल वजन 1700 टन है। इसके निर्माण में करीब पांच साल का वक्त लगा है।
सरदार जी की प्रतिमा में के निर्माण में 85% तांबे का इस्तेमाल हुआ है जिसमें हजारों साल जंग नहीं लग सकती। वहीं तेज से तेज भूकंप आने पर भी इसका कुछ नहीं होगा।
सरदार जी की प्रतिमा में उनके पैर की ऊंचाई 80 फीट, हाथ की ऊंचाई 70 फीट, तो कंधे की ऊंचाई 140 फीट रखी है। वहीं चेहरे की ऊंचाई 70 फीट है।
प्रतिमा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके निर्माण के लिए उपयोग किए गए लोहे और अन्य सामग्री देश भर के पांच लाख से अधिक किसानों से दान में मिली है।
इस प्रतिमा का 31 निमार्ण 2013 में शुरू हुआ, जो पांच साल बाद यानी कि 2018 में सरदार पटेल की 143वीं जयंती पर पूरा हुआ। प्रतिमा का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था।