दुनिया भर में फेमस वाघ बकरी चाय कंपनी के मालिक पराग देसाई का निधन हो गया है। आवारा कुत्तों के अटैक से वह सड़क पर गिर गए थे। लेकिन इलाज के दौरन ब्रेन हैमरेज हो गया और मौत हो गई।
49 वर्ष पराग देसाई पिछले 7 दिन से अहमदाबाद के निजी अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे। उनकी सर्जरी की गई थी, रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पराग देसाई वाघ बकरी चाय कंपनी में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर की पोस्ट पर थे। उन्होंने लॉन्ग आइलैंड यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स (MBA) किया था।
पराग देसाई के परदादा यानि नारणदास देसाई ने 1892 में इस ग्रुप की स्थापना की थी। आज वाघ बकरी कंपनी का टर्नओवर लगभग 2,000 करोड़ रुपए के आसपास है।
गुजरात की एक छोटी सी शुरू हुई वाघ बकरी चाय की दुकान का कारोबार आज भारत के सभी राज्यों और दुनिया के करीब 40 देशों में फैला हुआ है।
नारायण देसाई ने चाय का बिजनेस साउथ अफ्रीका के डरबन में शुरू किया था। यहां उनका 500 एकड़ का एक चाय बागान था। लेकिन वह वहां नस्लीय भेदवाव का शिकार हो गए।
साउथ अफ्रीका बिजनेस के दौरान उनकी पहचान महात्मा गांधी से हुई। इसके बाद वह भारत लौटे और 1919 में अहमदाबाद में गुजरात चाय डिपो शुरू किया।