टमाटर की साल में तीन फसलें होती हैं। पहली-जनवरी से मार्च, दूसरी-जून से अगस्त और तीसरी-अक्टूबर से दिसंबर तक। इस बार पहली फसल खराब हो गई
तीन महीने पहले टमाटर की फसल खराब हो गई थी, तब 30 किलो का एक बॉक्स सिर्फ 70-80 रुपए में बिका था, इस बार लू ने टमाटर खराब किए
टमाटर को तीन तरह के वायरस खा गए। पहला-टोमैटो लीफ कर्ल वायरस, दूसरा-कुकुम्बर मोजाइक वायरस औी तीसरा टोमैटो मोजाइक वायरस
पिछले महीने टमाटर की कीमतें प्रति किलो दिल्ली और मुंबई-200 रुपए, गाजियाबाद-250 रुपए यानी 2100 प्रतिशत तक बढ़ गई थीं
देश में मप्र टमाटर उत्पादन में टॉप पर है। यहां 2970 टन(14.63%), आंध्र प्रदेश-2217 टन(10.92%), कर्नाटक-2077 टन(10.23%), तमिलनाडु-1489 टन(7.34%) है
ओडिशा-1432 टन(7.06%), गुजरात-1395 टन(6.87%), प. बंगाल-1284 टन(6.33%), छग-1149 टन(5.66%) और महाराष्ट्र-1125 टन(5.54%) टमाटर पैदा होते हैं।(ये डेटा पिछले साल का है)