वाइस एडमिरल आरती सरीन ने सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (DGAFMS) की महानिदेशक बनकर इतिहास रच दिया है। वह इस पद को संभालने वाली पहली महिला अधिकारी हैं, जानें उनका सफर?
वाइस एडमिरल आरती सरीन ने की नियुक्ति भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।
मंगलवार को वाइस एडमिरल सरीन ने रक्षा मंत्रालय के प्रत्यक्ष अधिकार क्षेत्र के तहत सशस्त्र बलों के लिए समग्र चिकित्सा नीति मामलों की देखरेख करते हुए अपनी नई भूमिका संभाली।
40 साल की सर्विस के साथ वह भारतीय सशस्त्र बल में सर्विस करने वाली सर्वोच्च रैंकिंग वाली महिला अधिकारी हैं। वर्तमान में वो नेवी के लिए मेडिकल सर्विसेज की DG के रूप में कार्यरत हैं।
सशस्त्र बलों में सबसे वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के रूप में वह चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के समक्ष सभी चिकित्सा मुद्दों का प्रतिनिधित्व करेंगी।
कैंसर विशेषज्ञ सरीन ने 1985 में सेना में अधिकारी के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और इंडियन एयरफोर्स में एयर मार्शल की पोस्ट भी हासिल किया।
उनकी अद्वितीय उपलब्धियों में उन्हें हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा अति विशिष्ट सेवा पदक (AVSM) से सम्मानित किया गया।
रक्षा मंत्रालय ने X (पूर्व में ट्विटर) पर उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि वाइस एडमिरल आरती सरीन ने सशस्त्र बलों की तीनों शाखाओं में अद्वितीय सेवा की है।
DGAFMS के पद पर उनका पहुंचना एक ऐसे क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जहां थ्री स्टार महिला अधिकारी का पहुंचना अब तक दुर्लभ रहा है।