18 साल के द्रोण देसाई ने दीवान बल्लूभाई कप अंडर-19 टूर्नामेंट में 498 रन की अविश्वसनीय पारी खेलकर भारतीय क्रिकेट इतिहास में नाम दर्ज कराया। जानें उनकी उपलब्धि और क्रिकेट सफर।
द्रोण ने अपने स्कूल सेंट जेवियर्स (लोयोला) के लिए गांधीनगर के शिवाय क्रिकेट ग्राउंड में जेएल इंग्लिश स्कूल के खिलाफ खेली गई पारी में 320 गेंदों में 86 चौके और 7 छक्के लगाए।
इस शानदार पारी की बदौलत उनकी टीम ने 712 रन से मैच जीता। उनकी पारी इसलिए भी खास थी क्योंकि उनकी टीम सिर्फ 10खिलाड़ियों के साथ खेल रही थी। जबकि विपक्षी टीम का 1 खिलाड़ी देर से आया।
अपने ऐतिहासिक प्रदर्शन पर बात करते हुए देसाई ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि मैं 500 के इतने करीब पहुंच गया हूं। कोई स्कोरबोर्ड नहीं था और मेरी टीम ने मुझे इसकी जानकारी नहीं दी।
अंडर-14 स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके गुजरात के द्रोण देसाई का क्रिकेट में सफर 7 साल की छोटी सी उम्र में शुरू हुआ। वो सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी से काफी प्रभावित हुए।
देसाई अपनी प्रगति का श्रेय अपने पिता को देते हैं, जिन्होंने उनकी क्षमता को पहचाना और सुनिश्चित किया कि उन्हें प्रसिद्ध कोच जयप्रकाश पटेल के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग दिलाई।
द्रोण ने बताया कि मेरे पिता ने बहुत प्रेरित किया, क्योंकि उन्हें लगा कि मेरे अंदर एक अच्छा क्रिकेटर बनने की क्षमता है। वे मुझे जेपी सर (जयप्रकाश पटेल) के पास ले गए।
यह स्थिति ऐसी है कि कक्षा 8 से 12 तक मैं सिर्फ़ अपनी परीक्षाएं देने के लिए स्कूल जाता था। मैंने बस क्रिकेट खेलना जारी रखा और उम्मीद है कि एक दिन मैं बड़ा नाम कमाऊंगा।
अब उनका नाम स्कूली क्रिकेट में सबसे ज़्यादा स्कोर बनाने वाले क्रिकेटरों की लिस्ट में शामिल हो गया है। इनमें प्रणव धनावड़े (1009*) और भारतीय क्रिकेटर पृथ्वी शॉ (546) शामिल हैं।