भारत में यह रेल हादसा कोई पहला नहीं है। इससे पहले और इसे भयानक ट्रेन एक्सीडेंट हुए हैं। हालांकि पिछले कुछ दशकों से रेल हादसों में कमी आई है। आइए जानते हैं आंकड़े क्या कहते हैं
20 अगस्त 1995 को यूपी के फिरोजाबाद में पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और कालिंदी एक्सप्रेस टकरा गई थीं। जिसमें 400 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी, तो सैंकड़ों पैसेंजर घायल हुए थे।
2 जून 2023 में ओडिशा के बालासोर में बड़ा रेल हादसा हुआ था। जहां कोरोमंडल एक्सप्रेस-हाबड़ा एक्सप्रेस और मालगाड़ी आपस में टकरा गईं थीं। इस हादसे में 293 पैसेंजर की मौतें हुई थीं।
6 जून 1981 को बिहार में बड़ा रेल हादसा हुआ था। जहां पुल पार करते हुए एक ट्रेन बागमती नदी में गिर गई थी। जिसमें सैंकड़ों लोग पानी में डूब गए थे। 300 लोगों की इसमें जान गई थी।
26 नवंबर 1998 को जम्मू तवी और सियालदाह एक्सप्रेस पंजाब में गोल्डन टेंपल मेल से टकरा गई थीं। जिसमें 212 लोगों की मौत हुई थी। तो कई जख्मी हुए थे।
2 अगस्त 1999 को बिहार के कटिहार में रेल हादसा: गैसल स्टेशन पर अवध-असम एक्सप्रेस ब्रम्हापुत्र ट्रेन से टकरा गई थी। जिसमें 285 लोगों की मौत हुई थी।