उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।सीएम उमर के साथ 5 मंत्रियों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। जिसमें एक महिला विधायक सकीना इटू भी मिनिस्टर बनी हैं।
सकीना इट्टू नेशनल कॉन्फ्रेंस की सीनियर नेता हैं। जिन्होंने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम की डीएच पोरा विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव जीता है। इट्टू ने पीडीपी के गुलजार अहमद को हराया है।
जम्मू-कश्मीर से अकेली महिला मंत्री बनीं सकीना इट्टू 26 साल की उम्र में पहली बार विधायक बनी थीं। वो 1996 में जम्मू-कश्मीर की सबसे युवा विधायक रहीं हैं।
5 दिसंबर 1970 को जन्मीं सकीना इट्टू को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता वली मोहम्मद इट्टू जम्मू कश्मीर विधान सभा के अध्यक्ष रहे चुके हैं।
सकीना ने 1991 में जम्मू और कश्मीर राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड से इंटर की पढ़ाई की है। इसके बाद में उन्होंने एमबीबीएस अभ्यास, चिकित्सा में पेशेवर डिग्री शुरू की थी।
सकीना इट्टू के पिता वली मोहम्मद की 18 मार्च 1994 को एक मस्जिद के बाहर हत्या कर दी गई थी। पिता की हत्या के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रख था।