एमपी के नए सीएम मोहन यादव होंगे। ये 7 वजह है जो सीएम की रेस में शामिल शिवराज सिंह चौहान, प्रहलाद सिंह पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर आदि पर भारी पड़ गई।
सीएम मोहन यादव ओबीसी समाज से हैं। एमपी, यूपी, बिहार सहित अन्य राज्यों में यादव समाज की संख्या अधिक है। जिन्हें लोकसभा चुनाव में साधने में काफी मदद मिलेगी।
सीएम की रेस में जो नाम चल रहे थे। उनमें से किसी एक को सीएम चुनने पर निश्चित ही भाजपा में गुटबाजी बढ़ जाती, इस कारण नए चेहरे को सीएम बनाया गया।
मोहन यादव शुरू से ही संघ से जुड़े हुए हैं। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में भी विभिन्न पदों पर रहे हैं। इस कारण छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं से लेकर आलाकमान तक सम्पर्क में हैं।
मोहन यादव सबसे अधिक पढ़े लिखे हैं। उन्होंने एमए, एलएलबी, बीएससी, एमबीए और पीएचडी की है।
डॉ मोहन यादव शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं।
डॉ मोहन यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से लगातार तीन विधानसभा चुनाव से जीत रहे हैं।