14 अप्रैल को देशभर में संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जाती है। उन्होंने पहली पत्नी रमा बाई के निधन के बाद दूसरी शादी सविता से की थी। जो ब्राह्मण थी।
डॉ अंबेडकर के पहली पत्नी से 5 बच्चे हुए थे। जिनमें से चार की मौत बचपन में ही हो गई थी। उनका एक बच्चा जीवित था। जिसका नाम यशवंत अंबेडकर था। अब वो भी नहीं रहे।
डॉ अंबेडकर अपने पिता की 14वीं संतान थे। उनके 9 भाई बहनों की मौत हो गई थी। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को इंदौर एमपी के महू छावनी में हुआ थे वे मूल रूप से महाराष्ट्र के निवासी थे।
डॉ अंबेडकर जब 5 साल के थे, तभी उनके सिर से मां का साया उठ गया था। इसके बाद उनकी देखभाल बुआ मीरा ने की थी।
डॉ भीमराव अंबेडकर पढ़ने में बहुत तेज थे। इसी कारण एक शिक्षक ने उन्हें अंबेडकर नाम दिया था। जो बाद में उनके नाम का हिस्सा बन गया था।
डॉ अंबेडकर के बेटे यशवंतराव मैट्रिक तक ही शिक्षा पा सके थे। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया बनाई थी। वे विधायक भी रहे। उनका निधन 1977 में हो गया था।
यशवन्त अम्बेडकर का 1953 में मीरा अम्बेडकर से बौद्ध रीति से विवाह हुआ। उनके चार बच्चे हुए। जिनके नाम प्रकाश, रमा, भीमराव और आनंदराज व उनकी बेटी रमा की शादी आनंद तेलतुंबडे से हुई।