देश में 3 कथावाचक प्रदीप मिश्रा, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और जया किशोरी की चर्चा है। जिनके लाखों लोग अपना गुरू मानते हैं क्या आपको पता है कि इनके गुरू कौन हैं वो किसके शिष्य हैं।
पंडित प्रदीप मिश्रा, जो सीहोर के कुबेरेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं। वो भगवान शिव को आराध्य मानते हैं। वह शिव पुराण की कथा सुनाते हैं। वह भक्तों को समस्याओं का उपाय बताते हैं।
प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के लिए बड़ी तादाद में लोग पहुंचते हैं। करोड़ों की संख्या में फालोअर्स हैं। प्रदीप मिश्रा भक्तों रुद्राक्ष बांटते हैं। साथ ही इसके चमत्कार भी बताते हैं।
करोड़ों के गुरु प्रदीप मिश्रा के गुरू श्री विठलेश राय काका जी हैं। जिनसे प्रदीप मिश्रा ने दीक्षा ली है। मिश्रा बताते हैं कि के गुरु आशीर्वाद से ही मेरे भक्तों का पंडाल भरा रहता है।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जो मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं। शास्त्री इतने फेमस हो चुके हैं कि देश ही नहीं विदेश में तक कथा सुनाने जाते हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। वह अपने चमत्कारों के लिए प्रचलित हैं। उनके दरबार में लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। आज हर कोई उनको अपना गुरू मानता है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु का नाम है जगद्गुरु रामभद्राचार्य। 84 साल के रामभद्राचार्य का जन्म उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हुआ था। माता-पिता ने उनका नाम गिर्धन मिश्रा रखा था।
जया किशोरी जी की पहचान आज कथा वाचक के अलावा एक मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर भी होती है। जया किशोरी के भी आज देश-विदेश में लाखों भक्त और शिष्य हैं।
जया सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर काफी लोकप्रिय हैं। जया किशोरी का जन्म 1995 को राजस्थान के सुजानगढ़ में हुआ था, 9 साल की उम्र से ही वह कथा सुनाने लगी थीं।
जया किशोरी के आध्यात्मिक गुरु पंड़ित गोबिंदराम मिश्र हैं, जिनसे मात्र 9 वर्ष की आयु में ही जया किशोरी ने दीक्षा ली थी। वो कहती हैं कि जो कुछ हैं अपने गुरू के कारण आशीर्वाद से हैं।