मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली कथावाचक जयाकिशोरी के गुरु पंडित गोविंदराम मिश्र है। 9 साल की उम्र में जया किशोरी ने इनसे दीक्षा ली थी।
दीक्षा लेने के बाद से लगातार जया किशोरी इनके साथ जुड़ी रही। आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जया किशोरी की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के आज भारत ही नहीं विदेशों में भी लाखों-करोड़ों की संख्या में शिष्य हैं। लोग उनको अपना गुरू मानते हैं।
धीरेंद्र शास्त्री के गुरू के जगद्गुरु रामभद्राचार्य हैं। जिनसे बागेश्वर महारा ने दीक्षा ली है। बागेश्वर महाराज कई बार बता चुके हैं कि वो आज जो कुछ भी हैं अपने गुरूदेव की वजह से हैं
कुबेरेश्वर धाम के प्रमुख पंडित प्रदीप मिश्रा को आज पूरा भारत वर्ष जानता है। गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व पर लाखों की संख्या में शिष्य उनके दर्शन करने और दीक्षा लेने पहुंचे हैं।
सीहोर वाले कुबेरेश्वर धाम के गुरू प्रदीप मिश्रा के गुरू का नाम विथलेश राय है। जिन्हें लोग काका के नाम से भी जानते हैं। प्रदीप मिश्रा उन्हीं से दीक्षित हैं।