महाकाल मंदिर के गर्भगृह में सोमवार भस्म आरती के दौरान आग लगने से 14 पुजारी झुलस गए थे।
महाकाल मंदिर में दोबारा ऐसी घटना नहीं हो, इसलिए रंगपंचमी से पहले प्रशासन सख्त हो गया है।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि रंगपंचमी पर महाकालेश्वर मंदिर में रंगपंचमी पलाश के फूलों के रंग से मनाई जाएगी।
किसी भी श्रद्धालु को बाहर से किसी भी प्रकार का रंग या गुलाल लाने की अनुमति नहीं मिलेगी। रंगपंचमी पर भस्म आरती में भी चंद भक्तों को ही प्रवेश मिलेगा।
आशंका व्यक्त की जा रही है कि गुलाल में किसी प्रकार के रसायनों के मिले होने के कारण आग लगी होगी।
होली के दिन झुलसे हुए पुजारियों का इलाज चल रहा है। जिसमें से 4 पुजारियों को बर्न यूनिट में भर्ती किया है। शेष के स्वास्थ में सुधार नजर आ रहा है।
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