पीएम मोदी एमपी के दौरे पर हैं। उन्होंने जबलपुर में रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती के मौके पर रानी दुर्गावती स्मारक एवं उद्यान का शिलान्यास किया।
स्मारक एवं संग्रहालय में रानी दुर्गावती की अष्टधातु से बनी प्रतिमा लगाई जाएगी। यह प्रतिमा 52 फीट ऊंची होगी। पूरी परियोजना की लागत करीब 100 करोड़ रुपए होगी।
रानी दुर्गावती का जन्म उत्तर प्रदेश के बांदा में 5 अक्टूबर 1524 को हुआ था। दुर्गाष्टमी पर जन्म के कारण ही उनका नाम दुर्गावती रखा गया।
पिता कीरत राय चंदेल वंश के शासक थे। दुर्गावती को बचपन से ही तीरंदाजी, तलवारबाजी और घुड़सवारी का शौक था।1542 में 18 साल की उम्र में उनकी शादी दलपत शाह से कर दी गई।
15वीं शताब्दी में जब मुगलों का साम्राज्य पूरे भारत में फैल रहा था तो कइ हिंदू राजाओं ने मुगलों के सामने घुटने टेक दिए थे। रानी ने मुगल सेना को बार-बार युद्ध में परास्त किया।
युद्ध में उन्हें भी तीर लगे तो उन्हें लगा कि उनका जीतना संभव नहीं है। उन्होंने अपने मंत्री से उनकी जान लेने को कहा। मंत्री ऐसा नहीं किया तो दुर्गावती ने अपने सीने पर कटार उतार ली।