मध्यप्रदेश के सागर जिले में पिता की मौत होने पर उनकी 9 बेटियों ने श्मशान घाट पहुंचकर पिता को मुखाग्नि दी। क्योंकि उनके कोई बेटा नहीं था।
बेटियां श्मशान घाट नहीं जाती है। लेकिन बेटा नहीं होने के कारण बेटियों को ही बेटे का फर्ज पूरा करना पड़ा, ये देखकर वहां मौजूद सभी लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े।
10वीं बटालियन क्षेत्र निवासी एएसआई हरिशचंद्र अहिरवार का ब्रेन हेमरेज के चलते निधन हो गया था। जिनका अंतिम संस्कार मकरोनिया मुक्तिधाम में किया गया।
बेटियों ने बताया कि उनके लिए पिता ही सबकुछ थे। उन्होंने 7 बेटियों की शादी कर दी थी। दो बेटियां कुआंरी है। वे सभी अपने पिता को मुखाग्नि देने पहुंची।
बेटियों न सिर्फ पिता को मुखाग्नि दी, बल्कि पिता को कंधा भी दिया। इस दौरान समाज के लोग भी काफी संख्या में मौजदू थे।