महाराष्ट्र की ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर पर कई गंभीर आरोप हैं, जिसके चलते वह विवादों में हैं। लेकिन पूजा खेड़कर चर्चा में सबसे पहले पुणे कलेक्टर सुहास दिवसे की वजह से आईं।
दरअसल, पूजा ने पुणे में ज्वॉनिंग के दौरान कलेक्टर दिवसे से डिमांड की थी, उन्हें बड़ा बंगला-सुरक्षा में पुलिस और निजी स्टॉफ के लिए दफ्तर चाहिए, साथ ही लग्जरी कार की मांग की थी।
पूजा खेड़कर की इन्हीं मागों को अनुचित बताते हुए मुख्य सचिव को शियकात भेजी, जिसके बाद पूजा खेडकर के खिलाफ एक्शन हुआ। वाशिम जिले में तबादला कर दिया गया।
पुणे के कलेक्टर डॉ. सुहास दिवसे के शिकायत के बाद पूजा के एक के बाद एक विवाद सामने आ रहे हैं। अब तो बात उनकी पर आ चुकी है। अगर आरोप सही हुए तो उन्हें नौकरी से हटाया जा सकता है।
पूजा खेड़कर को लेकर जांच हुई और बताया जा रहा है कि उन्होंने यूपीएससी पास करने के लिए भी कथित तौर पर फर्जी विकलांगता और OBC प्रमाण पत्र पेश किया था।
आईएएस अधिकारी सुहास दिवासे 2009 से महाराष्ट्र कैडर के आईएएस हैं। दिवासे ने सबसे पहले कृषि आयुक्त का पद संभाला था।
बाद में दिवसे पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (पीएमआरडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्य किया।
सुहास दिवसे भंडारा के जिला कलेक्टर के रूप में भी काम किया है और पिंपरी चिंचवड़ न्यू टाउन डेवलपमेंट अथॉरिटी के प्रमुख रहे। अभी वो पुणे में कलेक्टर हैं।
बता दें कि पूजा खेडकर महाराष्ट्र कैडर की 2023 बैच की IAS अधिकारी हैं। उन्होंने UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 841 हासिल की थी। पहली पोस्टिंग वह पुणे की डिप्टी कल्केटर बनीं।