महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार में विधायक मेघना बोर्डिकर को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। 12 आपराधिक मुकदमों में नामजद ये महिला दूसरी बार MLA बनी हैं। जानें इनका फैमिली बैकग्राउंड।
मराठवाड़ा की सबसे मजबूत महिला राजनेताओं में से एक मेघना बोर्डिकर पहली बार 2019 के जिंतूर विधानसभा क्षेत्र से मात्र 3,717 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी।
सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कैरियर शुरू करने वाली मेघना परभणी जिला परिषद के सदस्य रहते हुए किसानों को रियायती ऋण, खाद वितरण और सिंचाई योजना को लागू करने में अहम भूमिका निभाई।
मेघना ने अपने अभियान "क्रांति ज्योति जागरण" के तहत जल संरक्षण को बढ़ावा दिया। उन्होंने सार्वजनिक शौचालय निर्माण, पौधारोपण और नशामुक्ति पर काम किया। उन्हें 'जल मित्र' नाम मिला हैं।
मेघना बोर्डिकर एक राजनीतिक पृष्ठभूमि से आती हैं और उन्हें इस क्षेत्र का सही अनुभव है क्योंकि उनके पिता भी विधान सभा के सदस्य थे। हालांकि राजनीति उनका मूल कैरियर नहीं था।
उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों में चुनाव लड़कर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और जिला परिषद के समूह नेता के रूप में चुनी गईं।
उनके पति दीपक साकोरे, जो एक आईपीएस अधिकारी हैं, उनके लिए एक सच्चे समर्थन स्तंभ रहे हैं। हालांकि दोनों लोग एक दूसरे के काम में दखल नहीं करते हैं।
मेघना के दो बच्चे हैं। वह अपने दो बच्चों के साथ-साथ अपने राजनीतिक करियर को भी संतुलित करती हैं।
44 वर्षीया मेघना बोर्डिकर काफी पढ़ी लिखी हैं। उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री ले रखी है। समाज सेवा के साथ-साा वह कृषि कार्य और अपना खुद का बिजिनेस भी करती हैं।
चुनावी हलफनामे के मुताबिक मेघना बोर्डिकर पर कुल 12 क्रिमिनल केस हैं। उनकी कुल संपत्ति 34.10 करोड़ है, जिसमें 10.3 करोड़ चल और 23.80 करोड़ अचल संपत्ति है। 7.70 करोड़ का कर्ज भी है।