पुणे के बिगडै़ल रईसजादे ने अपनी लग्जरी कार पोर्शे से टक्कर मार एक होनहार बेटी अश्विनी कोष्टा और उसके दोस्त अनीश अवधिया को मौत की नींद सुला दिया। दोनों पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे
अश्विनी कोष्टा मूल रूप से जबलपुर की रहने वाली थी। वह वर्तमान में पुणे में रहकर एक नामी आईटी कंपनी में जॉब कर रही थी। वह अपने परिवार की लाड़ली बेटी थी।
अश्विनी की जिस तरह से मौत हुई उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। वहीं पिता सुरेश कुमार कोष्टा छाती पीटकर रोए जा रहे हैं। वह बार-बार यही कहते मेरी होनहार बेटी का क्या कसूर था।
अश्विनी कोष्टा एक कामयाब इंजीनियर थी, वह एमेजॉन जैसी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब कर चुकी थी। हाल में उसने एमेजॉन से स्विच कर जॉनसंस कंपनी में ज्वॉइनिंग की थी।
संडे रात अश्विनी कोष्टा अपने दोस्त अनीश अवधिया के साथ पुणे की एक रेस्टोरेंट से डिनर करके निकल रही थी। तभी कल्याणी नगर में नाबालिग रईसजादे ने पोर्शे कार से दोनों को टक्कर मार थी।
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी शराब के नशे में गाड़ी चला रहा था। आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल पुणे के बड़े बिल्डर हैं, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है।
हैरानी की बात यह है कि इस पूरे मामले में कोर्ट ने सुनवाई की और आरोपी लड़के को अदालत ने निबंध लिखने की शर्त पर जमानत भी दे दी।